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Saturday, 17 March 2018

हालातोंकी शख्शियत...

हमे भी लगा कुछ उस तरह जिंदगी जिए जा सकती है, लेकिन हालातोंकी शक्षिकुछ एसी थी कि क्या बताए और किसे बताए...

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नजरीया ...

नजरीया तो हमारा बे शक किफायती था ... उन्होने समजा तो नही लेकीन बया बहुत किया... #एकाल्यास न्हव..